tag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post4301210212660735311..comments2024-03-26T15:40:20.950+05:30Comments on मंथन: "रिक्तता"Meena Bhardwajhttp://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-40612739283630495452021-09-24T20:58:32.616+05:302021-09-24T20:58:32.616+05:30हार्दिक आभार सुधा जी !हार्दिक आभार सुधा जी !Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-50430448542717337502021-09-23T20:41:22.696+05:302021-09-23T20:41:22.696+05:30ख़फा हूँ खुद से ही
ना जाने क्यों..
नाराजगी की वजह...ख़फा हूँ खुद से ही<br /><br />ना जाने क्यों..<br /><br />नाराजगी की वजह<br /><br />कुछ तो रही होगी<br /><br />फुर्सत मिलेगी तो<br /><br />वहीं 'वजह' <br /><br />ढूंढना चाहती हूँ<br /><br />खफा हुए कि कोई आकर मना ले पर उन्हें खबर न हुई <br />खफा ही रहे उम्र भर पर अब खफा की वजह ही पता नहीं<br />वाह!!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-37586203172522839082021-09-17T12:28:40.614+05:302021-09-17T12:28:40.614+05:30सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार सर।...सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार सर।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-74054725523101599232021-09-16T16:55:24.403+05:302021-09-16T16:55:24.403+05:30बहुत ही सुंदरबहुत ही सुंदरOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-3799703682483599132021-09-13T07:18:43.580+05:302021-09-13T07:18:43.580+05:30बहुत बहुत आभार नासवा जी 🙏बहुत बहुत आभार नासवा जी 🙏Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-32191335128716600242021-09-10T10:19:47.558+05:302021-09-10T10:19:47.558+05:30खुद से नाराज्गो की वजह खोत्जा आसान तो होता है पर म...खुद से नाराज्गो की वजह खोत्जा आसान तो होता है पर मन उसे मानना नहीं चाहता ... वो यूँ होता है न कभी कभी बस यूँ ही गुस्सा आता है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-74534898951560446282021-09-09T22:36:21.603+05:302021-09-09T22:36:21.603+05:30सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए स्नेहिल आभार अनी...सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए स्नेहिल आभार अनीता जी !Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-2632937617838708632021-09-09T22:35:11.158+05:302021-09-09T22:35:11.158+05:30सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार ऊषा...सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार ऊषा जी ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-15787346934785344212021-09-09T07:39:56.587+05:302021-09-09T07:39:56.587+05:30शब्द-शब्द बोल उठा है पढ़ ही लोगे मेरे मन की बात...
...शब्द-शब्द बोल उठा है पढ़ ही लोगे मेरे मन की बात...<br />बहुत ही सुंदर हृदयस्पर्शी सृजन आदरणीय मीना दी।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-64615305639439689362021-09-08T23:19:30.432+05:302021-09-08T23:19:30.432+05:30
लिख छोड़ी है
एक पाती तुम्हारे नाम
पढ़ ही लोगे
म...<br />लिख छोड़ी है<br /> एक पाती तुम्हारे नाम <br /> पढ़ ही लोगे <br />मेरे मन की बात<br />जे़हन में ताजा है मेरी<br />कितनी याद..<br />बहुत खूब!उषा किरणhttps://www.blogger.com/profile/14723538513393658010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-28662602085636463462021-09-08T22:16:30.702+05:302021-09-08T22:16:30.702+05:30
सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार वि...<br />सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार विकास जी!Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-34639401277176948142021-09-08T17:30:13.786+05:302021-09-08T17:30:13.786+05:30ख़फा हूँ खुद से ही
ना जाने क्यों..
नाराजगी की वजह...ख़फा हूँ खुद से ही<br /><br />ना जाने क्यों..<br /><br />नाराजगी की वजह<br /><br />कुछ तो रही होगी<br /><br />फुर्सत मिलेगी तो<br /><br />वहीं 'वजह' <br /><br />ढूंढना चाहती हूँ<br /><br />बहुत सुंदर.. विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-57312545190201853912021-09-08T13:41:15.162+05:302021-09-08T13:41:15.162+05:30बहुत बहुत आभार वीरेन्द्र जी इतनी सुन्दर नज़्म साझा...बहुत बहुत आभार वीरेन्द्र जी इतनी सुन्दर नज़्म साझा करने हेतु । सादर आभार आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-19250261536628254582021-09-08T13:24:26.096+05:302021-09-08T13:24:26.096+05:30सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार ज्य...सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार ज्योति जी ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-51760913944486052892021-09-08T13:23:36.611+05:302021-09-08T13:23:36.611+05:30सृजन का मान बढ़ाती इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया के लिए ल...सृजन का मान बढ़ाती इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया के लिए लिए आभारी हूँ अनीता जी ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-7497354139098047662021-09-08T12:25:24.955+05:302021-09-08T12:25:24.955+05:30ख़फा हूँ खुद से ही
ना जाने क्यों..
नाराजगी की वजह...ख़फा हूँ खुद से ही<br /><br />ना जाने क्यों..<br /><br />नाराजगी की वजह<br /><br />कुछ तो रही होगी<br /><br />फुर्सत मिलेगी तो<br /><br />वहीं 'वजह' <br /><br />ढूंढना चाहती हूँ<br />बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-529878762390456682021-09-08T11:02:52.544+05:302021-09-08T11:02:52.544+05:30वाह! खूबसूरत दृश्य का चित्रण किया है आपने, इस वजह ...वाह! खूबसूरत दृश्य का चित्रण किया है आपने, इस वजह को ढूँढने के लिए ही तो उस रब ने धरती पर भेजा है Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-33795968520035164832021-09-08T10:59:30.823+05:302021-09-08T10:59:30.823+05:30ना खुद से खफा हो ए दोस्त
प्रेम की बाकी है इब्तिद...ना खुद से खफा हो ए दोस्त <br /> प्रेम की बाकी है इब्तिदा अभी। <br />ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में <br /><br />हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है <br /><br />लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से <br /><br /><br />तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से <br /><br /><br /><br />ना खुद से खफा हो ए दोस्त <br /> प्रेम की बाकी है इब्तिदा अभी। <br />ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में <br /><br />हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है <br /><br />लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से <br /><br /><br />तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से <br /><br />ना खुद से खफा हो ए दोस्त <br /> प्रेम की बाकी है इब्तिदा अभी। <br />ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में <br /><br />हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है <br /><br />लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से <br /><br /><br />तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से <br /><br /><br /><br /><br />ना खुद से खफा हो ए दोस्त <br /> प्रेम की बाकी है इब्तिदा अभी। <br />ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में <br /><br />हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है <br /><br />लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से <br /><br /><br />तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से <br /><br />ना खुद से खफा हो ए दोस्त <br /> प्रेम की बाकी है इब्तिदा अभी। <br />ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में <br /><br />हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है <br /><br />लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से <br /><br /><br />तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से <br /><br /><br /><br /><br />ना खुद से खफा हो ए दोस्त <br /> प्रेम की बाकी है इब्तिदा अभी। <br />ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं तसव्वुर में <br /><br />हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी अब भी होती है <br /><br />लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से <br /><br /><br />तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से <br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-58053999133241916992021-09-08T10:49:11.129+05:302021-09-08T10:49:11.129+05:30तुम्हारी आँखों में
उस बेलिखी इब़ारत को
देखना चाह...तुम्हारी आँखों में<br /><br />उस बेलिखी इब़ारत को<br /><br />देखना चाहती हूँvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-61873090659007709982021-09-08T09:55:34.247+05:302021-09-08T09:55:34.247+05:30सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार आलो...सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार आलोक सर।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-85970748507994754022021-09-08T09:55:03.017+05:302021-09-08T09:55:03.017+05:30सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार जिज...सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार जिज्ञासा जी!Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-60590386726372387432021-09-08T09:15:14.736+05:302021-09-08T09:15:14.736+05:30बहुत बहुत सुन्दर सराहनीय रचना ।बहुत बहुत सुन्दर सराहनीय रचना ।आलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-90696205767840979782021-09-08T07:46:26.003+05:302021-09-08T07:46:26.003+05:30ख़फा हूँ खुद से ही
ना जाने क्यों..
नाराजगी की वजह...ख़फा हूँ खुद से ही<br /><br />ना जाने क्यों..<br /><br />नाराजगी की वजह<br /><br />कुछ तो रही होगी<br /><br />फुर्सत मिलेगी तो<br /><br />वहीं 'वजह' <br /><br />ढूंढना चाहती हूँ..मन में डोलते भावों को सुंदर शब्दों को पिरोती खूबसूरत रचना ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-15238834340177537822021-09-07T21:53:56.288+05:302021-09-07T21:53:56.288+05:30आपकी स्नेहिल उपस्थिति हेतु हार्दिक आभार मैम! सस्ने...आपकी स्नेहिल उपस्थिति हेतु हार्दिक आभार मैम! सस्नेह वन्दे ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-17702944657190474652021-09-07T21:51:32.425+05:302021-09-07T21:51:32.425+05:30हृदयस्पर्शी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को ...हृदयस्पर्शी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हार्दिक आभार कुसुम जी!सस्नेह वन्दे! Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.com