tag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post5303572993812707695..comments2024-03-26T15:40:20.950+05:30Comments on मंथन: "माँ"Meena Bhardwajhttp://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-40917590550426081472021-08-18T19:26:44.327+05:302021-08-18T19:26:44.327+05:30आपकी स्नेहिल उपस्थिति के लिए हार्दिक आभार मीना जी ...आपकी स्नेहिल उपस्थिति के लिए हार्दिक आभार मीना जी ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-21980041718408850332021-08-17T22:57:56.652+05:302021-08-17T22:57:56.652+05:30माँ के बिना जीवन सचमुच अधूरा लगता है। माँ के बिना जीवन सचमुच अधूरा लगता है। Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-39810742023751032072021-08-14T20:40:13.683+05:302021-08-14T20:40:13.683+05:30हार्दिक आभार मनोज जी।हार्दिक आभार मनोज जी।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-22090210271361737602021-08-14T20:36:43.481+05:302021-08-14T20:36:43.481+05:30आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकत...आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हार्दिक आभार वीरेन्द्र जी।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-69288450155182137992021-08-14T15:07:13.799+05:302021-08-14T15:07:13.799+05:30जो कमियां रह जाती हैं जो गाहे बगाहे परेशान करती ही...जो कमियां रह जाती हैं जो गाहे बगाहे परेशान करती ही हैं। ऐसा मिलाजुला अनुभव लगभग सभी के साथ होता है। बहुत बढ़िया और सार्थक सृजन। सादर।<br />Vocal Babahttps://www.blogger.com/profile/02214260420282752358noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-90909826348234251102021-08-14T13:50:29.732+05:302021-08-14T13:50:29.732+05:30बेहतरीन सृजनबेहतरीन सृजनMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13231334683622272666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-61154787246693463762021-08-12T20:24:36.792+05:302021-08-12T20:24:36.792+05:30 आपकी सारगर्भित प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक हुआ । ह... आपकी सारगर्भित प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक हुआ । हार्दिक आभार नासवा जी ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-34432667355818874872021-08-12T10:50:16.923+05:302021-08-12T10:50:16.923+05:30माँ का साथ ही ऐसा है ... यादों में आती है किसी भी ...माँ का साथ ही ऐसा है ... यादों में आती है किसी भी बात से किसी भी तरीके से और जाती नहीं कितनी देर तक ...<br />गहरा एहसास और मन की भावनाओं का चित्रण ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-34677623579450448122021-08-11T15:40:28.066+05:302021-08-11T15:40:28.066+05:30आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकत...आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हार्दिक आभार संदीप जी। Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-79182283633402780072021-08-11T15:39:24.216+05:302021-08-11T15:39:24.216+05:30आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकत...आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हार्दिक आभार नीतीश जी।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-21700160174288978372021-08-11T15:38:45.618+05:302021-08-11T15:38:45.618+05:30आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकत...आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हार्दिक आभार अनुराधा जी।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-14833915902698905562021-08-11T15:37:25.302+05:302021-08-11T15:37:25.302+05:30आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकत...आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हार्दिक आभार अनीता जी।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-6570321729032561612021-08-11T15:36:41.812+05:302021-08-11T15:36:41.812+05:30आपकी उत्साह का संचार करती स्नेहिल प्रतिक्रिया से स...आपकी उत्साह का संचार करती स्नेहिल प्रतिक्रिया से सृजन को मान मिला हार्दिक आभार मैम 🙏🌹🙏Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-26720244439848558792021-08-11T15:34:18.466+05:302021-08-11T15:34:18.466+05:30आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकत...आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हार्दिक आभार जिज्ञासा जी।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-44970984097793431952021-08-10T21:18:59.904+05:302021-08-10T21:18:59.904+05:30बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ।बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ।Nitish Tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/06484230743667707116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-89958902923179948042021-08-10T19:57:49.667+05:302021-08-10T19:57:49.667+05:30मगर इन सबके बीच
बहुत कुछ ऐसा है
जो रह गया अधूर...मगर इन सबके बीच <br /><br /> बहुत कुछ ऐसा है<br /><br />जो रह गया अधूरा<br /><br />उस आधूरेपन की कशिश<br /><br /> आज भी देती है खलिश<br /><br />गाहे-बगाहे… बेहद भावपूर्ण अभिव्यक्ति।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-20277978276776259962021-08-10T18:06:37.188+05:302021-08-10T18:06:37.188+05:30बहुत सी बातें
चाँद -सितारों की
जीवन के सिद्धांतों...बहुत सी बातें <br />चाँद -सितारों की<br />जीवन के सिद्धांतों की<br />मेरे अल्हड़पन की<br />देश-विदेश की<br />तुम्हारे नेहसिक्त सानिध्य की...मन को छूती बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय मीना दी।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-62417475018574829962021-08-10T17:41:25.755+05:302021-08-10T17:41:25.755+05:30माँ के क्रिया कलाप और उसके साथ बिताए पल और फिर भी ...माँ के क्रिया कलाप और उसके साथ बिताए पल और फिर भी बहुत कुछ रह जाता जो नहीं बाँट सके । बहुत भावपूर्ण रचना । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-51999731583916987212021-08-10T17:10:38.163+05:302021-08-10T17:10:38.163+05:30
मगर इन सबके बीच
बहुत कुछ ऐसा है
जो रह गया अधूरा...<br />मगर इन सबके बीच <br /> बहुत कुछ ऐसा है<br />जो रह गया अधूरा<br />उस आधूरेपन की कशिश<br /> आज भी देती है खलिश<br />गाहे-बगाहे…<br />...बहुत सुंदर और ह्रिदय्स्पर्शी भाव।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-52892030221483097602021-08-10T16:51:50.051+05:302021-08-10T16:51:50.051+05:30मगर इन सबके बीच
बहुत कुछ ऐसा है
जो रह गया अधूर...मगर इन सबके बीच <br /><br /> बहुत कुछ ऐसा है<br /><br />जो रह गया अधूरा<br /><br />उस आधूरेपन की कशिश<br /><br /> आज भी देती है खलिश<br /><br />गाहे-बगाहे…-----मन में कहीं गहरे बैठ गई आपकी कविता। मार्मिक भाव और गहन लेखन। PRAKRITI DARSHANhttps://www.blogger.com/profile/10412459838166453272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-46759275344023617042021-08-10T10:22:55.921+05:302021-08-10T10:22:55.921+05:30 माँ की कमी की पूर्णता का अहसास केवल स्मृतियाँ ही ... माँ की कमी की पूर्णता का अहसास केवल स्मृतियाँ ही करवा सकती हैं। आपकी अनमोल और हृदयस्पर्शी प्रतिक्रिया के लिए असीम आभार प्रिय रेणु जी!Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-54459358117769720312021-08-10T10:17:05.385+05:302021-08-10T10:17:05.385+05:30चर्चा मंच पर सृजन को चर्चा में सम्मिलित करने हेतु ...चर्चा मंच पर सृजन को चर्चा में सम्मिलित करने हेतु हार्दिक आभार कामिनी जी!Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-88642717024929292912021-08-09T23:04:15.540+05:302021-08-09T23:04:15.540+05:30कान्हा को भावपूर्ण उद्बोधन प्रिय मीना जी | आखिर जी...कान्हा को भावपूर्ण उद्बोधन प्रिय मीना जी | आखिर जीवन में अधूरापन अक्सर मन को व्याकुल करता है | ममता की छाया का कोई विल्कप कहाँ ! हार्दिक बधाई भावों से भरी रचना के लिए |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-53439966685836720022021-08-09T22:52:09.384+05:302021-08-09T22:52:09.384+05:30सादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्...सादर नमस्कार , <br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (10-8-21) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">"बूँदों की थिरकन"(चर्चा अंक- 4152)</a> पर भी होगी।<br /> आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी। <br /> -- <br />कामिनी सिन्हा <br />Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7939827358839786858.post-87594738261584939692021-08-09T21:26:05.741+05:302021-08-09T21:26:05.741+05:30"पांच लिंकों का आनन्द" में सृजन को साझा ..."पांच लिंकों का आनन्द" में सृजन को साझा करने हेतु सादर आभार आदरणीय🙏🙏Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.com