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शनिवार, 30 दिसंबर 2023

“समय-देहरी”

धीरे-धीरे समय का

रिक्त घट

आज की देहरी पर

आन खड़ा है 

परिवर्तित होने कल में


आने वाला कल भी 

खड़ा है देहरी के 

उस पार..

समय के भरे घट 

के साथ 


फिर वही दिन..,

 फिर वही रात 

नई उमंगें…,

नये संकल्प नई आशाओं

 के साथ 


समय-घट..,

भरता है ,रीतता है 

और हम

 आज के आँगन में

उसी के साथ खड़े हो कर

आकलन करते हैं 


बीते कल का..,

आने वाले कल के साथ ।।


***

16 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" रविवार 31 दिसम्बर 2023 को लिंक की जाएगी ....  http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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  2. पाँच लिंकों का आनन्द में सृजन को सम्मिलित करने के लिए हृदयतल से आभार आ. यशोदा जी !सादर…,

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  3. सही कहा जाने वाला समय का रिक्त घट और आने वाला समय का भरा घट !
    बीते कल और आने वाले कल का आंकलन !
    हमेशा से...
    बहुत ही सुन्दर ।

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    1. आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली हृदयतल से हार्दिक आभार सुधा जी ! नववर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएँ एवं बधाई 🙏

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  4. ये आंकलन भी हर साल ही करते है हम ... फिर लौट जाते हैं ढर्रे में ... फिर भी ...
    नव वर्ष की नामंगाल्मंगल कामनाएं आपको ...

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  5. आपकी अनमोल प्रतिक्रिया से लेखनी को सार्थकता मिली ।हृदयतल से हार्दिक आभार नासवा जी ! नववर्ष की आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएँ एवं बधाई 🙏

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  6. सराहना हेतु हृदयतल से हार्दिक आभार सर ! नववर्ष की आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएँ एवं बधाई 🙏

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  7. उत्तर
    1. सराहना हेतु हृदयतल से हार्दिक आभार सर ! नववर्ष की आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएँ एवं बधाई 🙏

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  8. किसी ने सही कहा है बीतता समय है पर खर्च हम होते और हर साल हिसाब लगाते रहते हैं, हमेशा की तरह लाजबाव सृजन मीना जी, आप को और आपके पुरे परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏

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  9. आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली हृदयतल से हार्दिक आभार कामिनी जी ! आपको भी सपरिवार नववर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएँ एवं बधाई 🙏

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  10. वाह! मीना जी ,बेहतरीन भावों से सजी रचना ।

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  11. आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली हृदयतल से हार्दिक आभार शुभा जी!
    नववर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएँ एवं बधाई 🙏

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  12. सीधी-सच्ची बातें निकली हैं आपके मन से

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  13. आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली हृदयतल से हार्दिक आभार जितेंद्र जी! नववर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएँ एवं बधाई 🙏

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मेरी लेखन यात्रा में सहयात्री होने के लिए आपका हार्दिक आभार 🙏

- "मीना भारद्वाज"