काली अँधियारी रात में
अंधकार को दूर भगाएँ
आओ साथी ! सब मिलकर
दीपावली के दीप जलाएँ
आँगन की दीवारों पर
छज्जों और चौबारों पर
संकरी सर्पिल तम में डूबी
कच्ची निर्जन सी वीथियों पर
स्वर्ण सदृश आभा सम्पन्न
जगमग करते दीप जलाएँ
आशाएँ करें स्पर्श
नभ के विस्तार को
मान भरे भावों से
पैर भू पर रहें टिकाएँ
निश्च्छलता के तेल से
आस्था के दीप जलाएँ
द्वेष के काँटें बुहारे
समृद्धि के रंगों से
सजे घर में तोरण द्वार
आंगन रंगाकृतियों से
नेह के रंग घोल कर
समरसता के दीप जलाएँ
🍁
🪔🪔 दीपोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🪔🪔
सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आ. ओंकार सर 🙏
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना सोमवार 24 अक्टूबर 2022 को
जवाब देंहटाएंपांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
पाँच लिंकों का आनन्द में सृजन को सम्मिलित करने के लिए आभारी हूँ आ.दीदी ! दीपोत्सव की असीम शुभकामनाओं सहित सादर सस्नेह वन्दे !
हटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२४-१० -२०२२ ) को 'दीपावली-पंच पर्वों की शुभकामनाएँ'(चर्चा अंक-४५९०) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
चर्चा मंच की चर्चा (अंक-४५९०) में सृजन को सम्मिलित करने के लिए हार्दिक आभार अनीता जी ! आपको दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
हटाएंआहा अति मनभावन रचना दी।
जवाब देंहटाएंसुंदर भावो से भरी निश्छल अभिव्यक्ति ।
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दीपों के जगमग त्योहार में
नेह लड़ियों के पावन हार में
जीवन उजियारा भर जाऊँ
मैं आस का नन्हा दीप बनूँ।
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शुभ दीपावली दी।
आपको सपरिवार *दीपावली* की बहुत बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएं*शुभम् करोति कल्याणम आरोग्यम धन सम्पदा!! शत्रुबुद्धि-विनाशाय दीप ज्योति नमोस्तुते।।*
🌹🌹शुभ दीपावली🌹🌹🙏🙏
मेरे सृजन को मान देने के लिए स्नेहिल धन्यवाद!!
सुन्दर रचना । दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ l
जवाब देंहटाएंदीपावली की हार्दिक शुभकामनाओं सहित आपका सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत आभार ।
हटाएंवाह! सामयिक अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार आ. ओंकार सिंह ‘विवेक’ जी।
हटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार आ. विश्वमोहन जी ।
जवाब देंहटाएंदीपोत्सव सहित पांचों पर्वों की हार्दिक शुभकामनाएं मीना जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सहज भावों वाली सार्थक रचना।
आपको भी दीपोत्सव पंच पर्व की असीम शुभकामनाएँ कुसुम जी ! आपकी स्नेहिल उपस्थिति से सृजन सार्थक हुआ । हार्दिक आभार !! सस्नेह सादर वन्दे !!
जवाब देंहटाएंस्वर्ण सदृश आशान्वित आभा सम्पन्न भावों की अति सुन्दर अभिव्यक्ति। हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंअसीम शुभकामनाओं सहित असीम आभार ।आपकी स्नेहिल उपस्थिति से हृदय हर्ष से अभिभूत है । सादर सस्नेह वन्दे !
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