प्रकृति ने
हर बार की तरह
इस बार भी..,
वासन्ती हवाओं से बात की है ।
आसमान के नीले रंग में
सागर के पानी का रंग घोल
पहाड़ों की मिट्टी के साथ
मोरपंखी झड़बेरियों सरीखे
अँजुरी भर फूलों से
अलौकिक सा ..,
‘लैण्ड-स्केप’सजाने की ।
ऐसे में..,
रंगोत्सव पर्व के
लाल-पीले , हरे-नीले और
गुलाबी रंग खूब खिलते हैं
सरसों और गोधूम की पकती
बालियों के साथ
वसुंधरा के आँचल में ।
***
💐होली की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंआपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार !रंगोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏
हटाएंआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" मंगलवार 26 मार्च 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
जवाब देंहटाएंपाँच लिंकों का आनन्द में सृजन को सम्मिलित करने के लिए हृदयतल से आभार आ . यशोदा जी ! होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ !
हटाएंप्रकृति का मनहर वर्णन, रंगों का उत्सव आपको भी शुभ हो !
जवाब देंहटाएंआपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार अनीता जी !रंगोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏
हटाएंबहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंआपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार सर !रंगोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏
हटाएंशुभ हो होली सभी को सपरिवार
जवाब देंहटाएंआपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार सर ! आपको भी सपरिवार रंगोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏
हटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार हरीश जी !रंगोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏
हटाएंबहुत ही मनमोहक दृश्य मस्तिष्क पटल पर अंकित करती अद्भुत रचना ।
जवाब देंहटाएंवाह!!!
रंगपर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ।
आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार सुधा जी ! आपको भी रंगोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏
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