'शब्दों' की महिमा कम नही होती
भावनाओं के पंख ना होते
मन अभिव्यक्ति नही होती ।
जो ना होते 'शब्द' हम कहाँ होते
मैं ना होती, तुम ना होते
बस दोनों जहां होते ।।
धर्म, संस्कृति, आचार-विचार
'शब्द', सब की शक्ति है ।
मानव सभ्यता के इतिहास की
'शब्द' बड़ी अभिव्यक्ति है ।।
XXXXX
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें
“मेरी लेखन यात्रा में सहयात्री होने के लिए आपका हार्दिक आभार…. , आपकी प्रतिक्रिया (Comment ) मेरे लिए अमूल्य हैं ।”
- "मीना भारद्वाज"