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मैं तेरी जोगन हे बनवारी
मन मन्दिर में आन विराजो
रास रचैया... हे गिरिधारी
डगर-डगर ढूँढू तोहे सांवरे
राह निरख नैना भए बावरे
हे गोपेश्वर ! हे मुरलीधर !
दधि माखन की मटकी सारी
चन्द्र कमल मुख पर बलिहारी
श्याम छवि द्युति शोभा प्यारी
देवकी नन्दन...राधा वल्लभ
हे गोविन्दा... हे गोपाला
गोविन्दमुरारी...कुंजविहारी
गोविन्दमुरारी...कुंजविहारी
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- "मीना भारद्वाज"